क्यों मनाई जाती है नवरात्रि, माँ महागौरी की पूजा का महत्व और दुर्गा अष्टमी से जुड़ी मान्यताएँ।

दुर्गा अष्टमी का पर्व आज पूरे देश में हर्ष और उल्लास के साथ मनाया जा रहा है। नवरात्रि के आठवें दिन को अष्टमी कहा जाता है और इस दिन माँ दुर्गा के महागौरी स्वरूप की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। सुबह से ही मंदिरों और दुर्गा पंडालों में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी हुई है। जगह-जगह हवन, भजन-कीर्तन और कन्या पूजन का आयोजन हो रहा है।
क्यों मनाई जाती है नवरात्रि?
हिंदू मान्यताओं के अनुसार नवरात्रि माँ दुर्गा के नौ रूपों की पूजा का पर्व है। इसे असुरों पर देवियों की विजय और शक्ति की आराधना के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है। मान्यता है कि नवरात्रि में माँ दुर्गा की भक्ति करने से जीवन में नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और व्यक्ति को शक्ति, साहस और सफलता प्राप्त होती है।
दुर्गा अष्टमी का महत्व
अष्टमी के दिन माँ महागौरी की उपासना का विशेष महत्व है। मान्यता है कि इस दिन कन्या पूजन और हवन करने से देवी की विशेष कृपा प्राप्त होती है। कई परिवारों में छोटे बच्चों, विशेषकर कन्याओं को देवी का स्वरूप मानकर भोजन कराया जाता है और उपहार दिए जाते हैं। भक्तों का विश्वास है कि इससे घर में सुख, समृद्धि और शांति का वास होता है।
देशभर में उत्सव का माहौल
दिल्ली, कोलकाता, वाराणसी और अन्य प्रमुख शहरों में भव्य पंडाल सजाए गए हैं। सांस्कृतिक कार्यक्रमों, झाँकियों और दुर्गा प्रतिमाओं की सुंदर सजावट ने उत्सव का वातावरण और भी जीवंत बना दिया है। शाम को महाआरती और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों में बड़ी संख्या में लोग शामिल होंगे।
दुर्गा अष्टमी का यह पर्व न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है बल्कि समाज में सकारात्मकता, शक्ति और एकता का संदेश भी देता है।
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